उरुग्वे से आने वाले लुइस सुआरेज़ के बारे में प्रसिद्ध है उनकी गोल करने की क्षमता। एएफसी अजाक्स से लिवरपूल और अब बार्सिलोना, सुआरेज़ हर जगह हिट हुए हैं, फिट हुए हैं हर क्लब में जिसके लिए वो खेले हैं। उनकी स्कोरिंग को तो सब जानते हैं आज देखते हैं उन 10 चीज़ों को, जो आप नहीं जानते लुइस सुआरेज़ के बारे में:
लुइस सुआरेज़ ने सफाई की थी मोंटेवीडियो में
उरुग्वे की राजधानी मोंटेवीडियो में पीला बढे लुइस सुआरेज़ के बारे में ये शायद ही कोई जानता होगा कि उनका बचपन बेहद कठिन रहा। वो जब फुटबॉल फील्ड में प्रैक्टिस में नहीं होते थे तो शहर की गलियों की सफाई कर रहे होते थे। सच कहा जाये तो सुआरेज़ की स्टारडम की राह बेहद कठिन थी।
सोफ़िया और लुइस सुआरेज़ के बारे में
अपने सबसे अच्छे दोस्त लियोनेल मेस्सी की ही तरह लुइस सुआरेज़ ने भी अपने किशोरावस्था की प्रेमिका से शादी की है। सोफ़िया बल्बी और वो स्पेन के बार्सिलोना में रहते हैं और उनके तीन बच्चे हैं। उनके परिवार के लियोनेल मेस्सी के परिवार से पारिवारिक सम्बन्ध हैं। बेहद रोमांटिक लुइस सुआरेज़ के बारे में ये कौन नहीं पसंद करेगा।
सुआरेज़ और सुआरेज़
बहुत कम लोगों को पता होगा कि 50 और 60 के दशक में एक स्पैनिश फुटबॉलर थे लुइस सुआरेज़ जिन्होंने दुनिया में अपना दबदबा कायम किया था। ये उस दौर की बात है जब बार्सिलोना और रियल मैड्रिड की क्लासिको प्रतिद्वंदिता काफ़ी मशहूर थी। उन लुइस सुआरेज़ ने 60 गोल किये थे कैटलन टीम के लिए जबकि सुआरेज़ ने अभी 250 गोल कर चुका है बार्सिलोना के लिए। इसके बावजूद उनके नाम से उनके हमनाम का नाम तो जोड़ा ही जायेगा। मज़ेदार, लुइस सुआरेज़ के बारे में?
इसे भी पढ़ें: 3 देश जिन्होंने जीते हैं सबसे ज्यादा पुरुष फ़ीफ़ा विश्व कप ख़िताब
सुआरेज़ की दांत काटने की आदत
2010 फुटबाल विश्व कप के समय एक घटना ने काफ़ी हंगामा मचाया था और ये लुइस सुआरेज़ के बारे में था। सुआरेज़ ने इटली के ख़िलाफ़ मैच में इटली के रक्षा पंक्ति के खिलाडी जॉर्जियो चिएलिनी के कंधे पर काट लिया था दांत से। वैसे ये पहली बार नहीं था पिच पर कि सुआरेज़ ने ऐसा किया हो। उनका इतिहास रहा है खेल में जब उन्होंने प्रतिपक्षी खिलाड़ियों को काटा हो दांत से और उन्होंने तो रेफरी को ही सर टकराया था जब वो केवल 16 साल के थे।
हैट्रिक्स और लुइस सुआरेज़ के बारे में
प्रशंसकों को पता होगा कि एक बार सुआरेज़ स्कोर करना शुरू करते हैं तो वो 1 गोल पर नहीं रुकते। ऐसा ही हुआ इंग्लैंड में जब वो लिवरपूल के लिए खेलते थे। उन्होंने स्टीवन जेरार्ड और जैमी करघेर के साथ खेलते हुए इस क्लब के लिए 6 हैट्रिक्स स्कोर किये। वो इंग्लिश फुटबॉल में बारम्बार हैट्रिक करने वाले खिलाड़ियों में से एक हैं और वो अपने हरेक 18 मैचों में औसतन 1 हैट्रिक बनाते ही हैं। उन्होंने नॉरविच सिटी के ख़िलाफ़ सबसे ज्यादा 3 हैट्रिक स्कोर किये हैं।
In Cricket: 8 Top Wicket-Keepers With 5000-plus ODI Runs
अजीब से कान, पर पैसों की खान
आपको शायद लुइस सुआरेज़ के बारे में ये पता होगा कि उनके कान कुछ अजीब हैं, ऐसे जो भीड़ भी भी पहचाने जाएँ। अजाक्स के साथ खेलने के दौरान वो एक सुनने वाले यंत्र के प्रचार में थे जिनके प्रचार प्रसार के लिए उनके कानों से बढ़िया कुछ हो ही नहीं सकता था।
लिवरपूल के सबसे लोकप्रिय नंबर 7
लुइस सुआरेज़ के बारे में ये सबसे अच्छी बातों में से एक है कि लिवरपूल के प्रशंसकों के आँखों के तारा थे वो। और उन्होंने जब एनफील्ड छोड़ कर बार्सिलोना जाने का निर्णय लिया तो बहुतों के दिल टूटे। और ऐसा हो भी क्यों ना सुआरेज़ सबसे ज्यादा पसंद किये जाने वाले लिवरपूल नंबर 7 की रेस में सबसे आगे हैं, और इतना कि उनके ठीक पीछे वाले महान केनी डैंगलिश से वो 43 प्रतिशत वोट से आगे रहे हैं महानतम नंबर 7 के सर्वे में।
एक लिवरपूल उनके देश में, उनके गृहनगर में
ये लुइस सुआरेज़ के बारे में सबसे विचित्र बातों में से एक है शायद सबसे विचित्र। मोंटेवीडियो, उरुग्वे की राजधानी में एक फुटबाल क्लब है लिवरपूल नाम से। वैसे तो इसका कोई भी रिश्ता नाता नहीं एनफील्ड के महान क्लब से पर ये जरूर बताता है दुनिया बहुत छोटी है। उरुग्वे वाली लिवरपूल का घर का किट सफ़ेद है जबकि बाहर का लाल- इनका लाल और उनका लाल, है न अचरज भरा?
इसे भी पढ़ें: महानायक भारत की हॉकी ओलिंपिक गोल्ड जीत के
सुआरेज़ की बेटी और एनफील्ड
लुइस सुआरेज़ के बारे में और लिवरपूल से उनके रिश्ते के बारे में ये एक बेहद मजेदार बात है। सुआरेज़ अभी अजाक्स के लिए खेल रहे थे, गोल के बाद गोल स्कोर कर रहे थे, जब वो और सोफ़िया पहली बार माँ बाप बने- डेल्फिना का जन्म हुआ। डेल्फिना शब्द के अक्षरों को आगे पीछे करें तो एनफील्ड बनता है एक अनुपात में,और ये लिवरपूल का घर है जहाँ वो चार महीने बाद स्थानांतरित हुए। शायद आसमान से ही अंदेशा था कि वो लिवरपूल जायेंगे और वो महानता पाएंगे जो उन्होंने वहां पायी।
उपनामों के बारे में, लुइस सुआरेज़ के बारे में
खेल प्रेमियों- खिलाड़ियों और कई बार खिलाड़ियों -खिलाड़ियों को जोड़ कर रखने वाली बातों में ना केवल उनका खेल प्रदर्शन होता है बल्कि और भी कई बातें होती हैं। उपनाम भी ऐसी एक बात है। लुइस सुआरेज़ के बारे में एक बात सबको पता होगी कि उन्होंने एल पिस्तोलेरो (पिस्तौल वाले लड़ाके) और एल कोनेजो (ख़रगोश) का उपनाम पाया। उनका लड़ाकों जैसा जज़्बा और फिनिशिंग स्किल को इसका जिम्मेदार माना जाता है, और वो अभी के फुटबॉल के सबसे महान खिलाड़ियों में शुमार तो हैं ही।
लिखना ना भूलें कि आपको लुइस सुआरेज़ के बारे में लिखा ये कंटेंट कैसा लगा। और इनमे से कौनसी ऐसी बात है जो आपको सबसे ज्यादा पसंद और कौनसी ऐसी बात है जो सबसे कम पसंद आयी।
साल 1988: जब आया स्टेफी ग्राफ का ओलिंपिक गोल्ड मेडल https://t.co/PrMFl0IahZ pic.twitter.com/fojmxU35zB
— SportsCrunch (@SportsCrunch) April 27, 2020