खेलपत्र नमस्कार। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी में खेले गए पहले वनडे मैच में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 34 रनों से हरा दिया है। भारत ने ऑस्ट्रेलिया में जाकर चार मैचों की टेस्ट सीरीज में ऐतिहासिक जीत हासिल की थी।
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इससे एक तरफा उम्मीद बन गई थी कि भारत टेस्ट सीरीज की तरह वनडे सीरीज में भी कुछ इस ही प्रकार का धमाल मचाएंगी। लेकिन टीम इंडिया को वनडे सीरीज के पहले मैच में मुंह की खानी पड़ी। बात करें पहले मुकाबले कि तो भारत को कंगारुओं ने 289 रनों का लक्ष्य दिया था, लेकिन भारतीय पारी तब लड़खड़ा सी गई जब टीम इंडिया की पारी के शुरुआत में ही 4ओवरों में 3 विकेट गिर चुके थे।
इसके बाद रोहित शर्मा के साथ मिलकर टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ मिलकर शतकीय साझेदारी निभाई। लेकिन उनकी यह पारी इस कदर धीमी रह गई जिससे भारत लक्ष्य के करीब भी नहीं पहुंच सका। धोनी ने करीब 72 दिनों के बाद सिडनी के क्रिकेट ग्राउंड में वापसी करी और अर्धशतक पारी खेली।
जब धोनी ने मैदान पर उतरें उस समय टीम इंडिया अपने तीन विकेट कप्तान विराट 3 रन बनाकर और शिखर और अंबाती रायडू बिना खाता खोले आउट हो चुके थे। ऐसे में रोहित शर्मा का साथ देने के लिए धोनी को आना पड़ा। रोहित और धोनी ने 100 रनों की साझेदारी करते हुए चौथे विकेट के लिए मैच में बने रहे।
इस समय धोनी को मैदान पर टिके रहने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ी जिसके लिए उनकी पारी काफी धीमी हो गई। उन्होंने 51 रन बनाने के लिए 96 गेंद खेली। मैदान पर धोनी के अलावा रोहित शर्मा भी थे उन्होंने भी शुरुआत में धीमी पारी खेली लेकिन बाद में धीरें धीरें वह अपने लय मे लौटे और स्कोर को अपने स्थर पर बढ़ाते चले गए।
रोहित ने 129 गेंदों का सामना करते हुए 10 चौके और 6 छक्कों की मदद से 133 रनों की पारी खेली। धोनी ने मैदान पर इतने समय बाद वापसी कि और दिसंबर 2017 के बाद वनडे में अपनी पहली फिफ्टी भी लगाई। इस फिफ्टी के साथ उन्होंने वनडे क्रिकेट में अपने 10 हजार रन भी पूरे कर लिए है।
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धोनी इस आंकड़े को छूने वाले 5वें भारतीय बल्लेबाज बन गए है। लेकिन धोनी की यहां पारी काफी धीमी रही जिसकी वजह से भारत को मैच में हार का सामना करना पड़ा।