नई दिल्ली: क्रिकेट के वैसे तो आए दिन कई रिकॉर्ड बनते है और टूटते है। यही कारण है कि क्रिकेट के हर मैच में एक नया चेहरा अपने बेहतरीन गेम के द्वारा अपनी टीम को मैच जीताता है और गेम चेन्जर बनता है। वल्र्ड कप के दौरान कई खिलाड़ी उभरते है तो कई खिलाड़ी अपने खराब खेल के चलते मैच से बाहर रहते है। इसी बीच आज हम आपको क्रिकेट के बड़े मुकाबलों में से एक चैंपियंस ट्रॉफी में अपने खेल के दम पर सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोरने वाले खिलाड़ियों के बारें में बताएंगे।
सचिन तेंदुलकर, भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया, 28 अक्टूबर 1998 ढ़ाका
इस मैच के दौरान भारतीय टीम के ओपनर बल्लेबाज कंगारुओं के सामने ढ़ेर हो गए थे। जिस समय सचिन क्रीज पर आए तो किसी को भी उम्मीद नही थी कि भारत मैच पर दोबारा वापसी कर सकता है। लेकिन उस मैच में सचिन ने अपने गेम का बेहतरीन प्रदर्शन दिखाते हुए अपने करियर की 19वीं सेन्चुरी लगाई। इस मैच में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 44 रनों से हरा दिया।
जैक कैलिस, साउथ अफ्रीका बनाम श्रीलंका, 30 अक्टूबर 1998, ढ़ाका
इस मैच में जैक कैलिस ने श्रीलंका के खिलाफ बेहतरीन पारी खेलते हुए 107 बॉल पर नाबाद 113 रन ठोकें। इस मैच में साउथ अफ्रीका का स्कोर 240 रन पर 7 विकेट पर रहा। वहीं रनों का पीछा करने उतरी श्रीलंका की टीम 132 रन ही बना सकी। इस मैच में साउथ अफ्रीका ने श्रींलका को 92 रनों से हरा दिया।
एनडी फ्लावर, जिम्बाब्वे बनाम भारत, 14 सितंबर 2002, कोलंबो
एनडी फ्लावर को एक दिवसीय मैच में बेहतरीन सेन्चुरी मारी थी। एनडी ने इस मैच में 164 बॉल पर 145 रन मारें। जिसके बाद वे आउट हो गए। भारत ने जिम्बाब्वे को 288 रन का लक्ष्य दिया। जिसमें जिम्बाब्वे सिर्फ 274 रन ही बना सकें।
शेन वॉटसन, ऑस्ट्रेलिया बनाम इंग्लैंड, 2अक्टूबर 2009, सेंचुरियन
इस मैच में पहले वॉटसन ने इंग्लैंड के खिलाफ 2 विकेट ली वहीं इंग्लैंड ने इस मैच में ऑस्ट्रेलिया को 257 रनों का लक्ष्य दिया। इस लक्ष्य का पीछा करते हुए वॉटसन ने 132 बॉल पर 136 नाबाद रन बनाए। आखिर में इस मैच में ऑस्ट्रेलिया की विजय हुई।