आज की बात का विषय मुक्केबाज़ी से जुड़े तथ्य। मुक्केबाज़ी का खेल प्राचीन समय से ही काफ़ी लोकप्रिय रहा है। यह 16वीं से 18वीं शताब्दी तक ब्रिटेन में पैसों के लिए खेले जाने वाले खेलों में से एक था। बाद में 19वीं सदी में अमेरिका और इंग्लैंड ने इसे बहुत ही व्यवस्थित रूप से शुरू किया। मुक्केबाज़ी में 2 लोग एक बॉक्सिंग रिंग के अंदर एक दूसरे से मुक्केबाज़ी का मुकाबला करते हैं। परंतु दोनों ही मुक्केबाज़ नियमों के अनुसार ही पंच मारते हैं। आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे मुक्केबाज़ी से जुड़ी कुछ रोचक बातें और नियम।
मुक्केबाज़ी से जुड़ी कुछ रोचक बातें
- मुक्केबाज़ी के दो रूप होते हैं – 1. शौकिया 2. पेशेवर
- इस खेल को प्यूजलिज़्म भी कहा जाता है।
- बता दें कि प्राचीन ग्रीक के ओलंपिक मुक्केबाज़ी में ओनोमैस्टोस स्मरनायोक पहले विजेता है। मुक्केबाज़ी से जुड़े तथ्यों में शामिल है ये बात।
- यह भी जान लें कि मुक्केबाज़ी के खेल का आविष्कारक और संरक्षक प्राचीन ग्रीक संस्कृति में अपोलो देवता को माना जाता है।
- यह खेल प्रत्येक राउंड के बीच 1-3 मिनट के अंतराल की श्रंखला द्वारा एक रैफरी की देखरेख में खेला जाता है। मुक्केबाज़ी से जुड़े तथ्यों में शामिल है ये बात।
- मुक्केबाज़ी के खेल में अपने प्रतिद्वंदी को मुक्के से हराना बहुत मुश्किल होता है इसलिए अकसर पॉइंट के आधार पर विजेता घोषित किए जाते हैं। मुक्केबाज़ी से जुड़े तथ्यों में शामिल है ये बात।
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मुक्केबाज़ी के नियम
मुक्केबाज़ी जितना रोचक खेल है उतना ख़तरनाक भी है। इसीलिए इस खेल को खेलने वाले खिलाड़ियों के लिए कुछ नियम भी बनाए गए हैं जिनके अनुसार ही उनको मुक्केबाज़ी करनी होती है। यदि इस को नियमों के अनुसार नहीं खेला जाए तो इससे मुकाबला कर रहे प्रतिद्वंद्वियों की जान भी जा सकती है।
- मुक्केबाज़ी में कोई भी खिलाड़ी अपने प्रतिद्वंदी के बेल्ट के नीचे के हिस्से पर नहीं मार सकता।
- किसी भी प्रतिद्वंदी को मुक्केबाज़ी के मुकाबले के दौरान किक मारने, काटने, प्रतिद्वंदी पर थूकने और उसको धक्का देने का नियम नहीं है।
- कोई भी मुक्केबाज़ अपने सिर, कंधे या कोहनी से अपने प्रतिद्वंदी को मार नहीं सकता। अगर वह ऐसा करेगा तो वह अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा। मुक्केबाज़ी से जुड़े तथ्यों में शामिल है ये नियम।
- मुक्केबाज़ी में मुक्केबाज़ को बॉक्सिंग रिंग का एक कॉर्नर दिया जाता है जिसमें वे राउंड के दौरान आराम करता है। यहां पर मुक्केबाज़ के साथ उसके ट्रेनर, असिस्टेंट और कटमेन भी होते हैं। यह तीनों मुक्केबाज़ की सहायता करने के लिए होते हैं।
- असिस्टेंट और ट्रेनर मुक्केबाज़ को लड़ाई करने की राजनीति बताते और समझाते हैं। इसके अलावा कटमैन मुक्केबाज़ के घाव या चेहरे पर चोट लगने पर उनका ध्यान रखता है ताकि बॉक्सर को कोई गंभीर चोट ना लगे। मुक्केबाज़ी से जुड़े तथ्यों में शामिल है ये नियम।
- मुक्केबाज़ी प्रतियोगिता के मुकाबले का परिणाम तब तय किया जाता है जब दोनों में से एक प्रतिद्वंदी को रैफरी मैच जारी रखने में असमर्थ मान लेता है। इसके अलावा यदि कोई प्रतिद्वंदी मुक्केबाज़ी के नियम को तोड़ देता है तो उस समय भी मैच रोककर परिणाम घोषित कर दिया जाता है। मुक्केबाज़ी से जुड़े तथ्यों में शामिल है ये नियम।
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— SportsCrunch (@SportsCrunch) July 15, 2020
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