विश्व कप 2019 में कब किसका पलड़ा भारी है पता नहीं चलता। पहले लंका से अंग्रेजो की हार और फिर इंग्लैंड से भारत की हार ने विश्व कप के सेमीफाइनल के गणित को और उलझा दिया है। अभी कंगारू एकमात्र टीम है जो सेमीफाइमल में प्रवेश कर चुकी है। विश्व कप 2019 में बहुबली भारतीय टीम एकमात्र अंग्रेजो से हारा है, बाकी सभी टीमों के साथ रनबली टीम अपने रनों के साथ सब पर भारी पड़ी। सेमीफाइनल के लिए बाकी के तीन स्थानों के लिए जद्दोजहद जारी है।
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विश्व कप 2019 अपने अंतिम चरण पर आ चुका है और रनबली की टीम को एक और झटका लगा है। चोट के कारण विजय शंकर टूर्नामेंट से बाहर हो गए है। उनकी जगह टीम में मयंक अग्रवाल या श्रेयस अय्यर को मौका मिल सकता है। इससे पहले चोट के कारण टीम से शिखर धवन बाहर हुए थे। वहीं, भुवनेश्वर भी चोट के कारण नहीं खेल रहे हैं। विजय शंकर का प्रदर्शन भी इस वर्ल्ड कप में कुछ खास नहीं रहा था।
देखा जाए रनबली टीम 14 जुलाई को लॉर्ड्स के मैदान में विश्व कप ट्रॉफी उठाने के लिहाज से सबसे बेहतर स्थिति में हैं। लेकिन इंग्लैंड से मिली हार ने भारतीय टीम के कमजोर पहलुओं के सभी टीमों के सामने खोलकर रख दिया है। अब सभी टीमों को पता हैं कि विराट सेना पर सही जहग प्रहार किया जाए तो इस टीम को हराया जा सकता है।
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भारत के पास बैटिंग के लिए ढाई बल्लेबाज है रोहित विराट और पांड्या अगर टीम में इन खिलाड़ियों ने रनों की बरसात की तो इस टीम के लिए सेमीफाइनल की राहें आसान हो सकती है। हालांकि, एक हार बांग्लादेश को अंतिम-चार की दौड़ से बाहर कर देगी। भारत अगर यह मैच जीतता है तो वह सेमीफाइनल में जगह सुनिश्चित कर लेगा।
भारतीय क्रिकेट में अपने अमूल्य योगदान के बावजूद धोनी की भूमिका पर विचार करना बेहद जरूरी है क्योंकि जैसे मिट्टी पर चींटी के निशान रह जाते हैं ठीक वैसे ही धोनी एक बल्लेबाज के रूप में अपनी स्वर्णिम आभा की छायामात्र बनकर रह गए। विश्व कप में भारत की टीम को देखते हुए क्या धोनी अपने बल्ले से रनों की बरसात कर पाएंगे ?