खेलपत्र नमस्कार। भारतीय क्रिकेट टीम ने ऑस्ट्रेलिया में जाकर पहले टेस्ट सीरीज पर कब्जा जमाया। जिसके बाद टीम इंडिया इस ही उम्मीद में वनडे सीरीज को जीतने के लिए मैदान पर उतरी लेकिन सीरीज के पहले मैच में टीम इंडिया को 34 रनों से हार झेलनी पड़ी थी।
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जबकि दूसरे वनडे मैच में टीम इंडिया ने यहां साबित कर दिया कि वह वनडे सीरीज को इतनी आसानी से ऑस्ट्रेलिया के हाथों में नहीं आने देंगे। बताते चले कि भारतीय टीम ने दूसरा वनडे मैच 6 विकेटों से जीत लिया। अब भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सीरीज का आखिरी और निर्णयक मुकाबला 18 जनवरी को मेलबर्न में खेला जाएगा।
दूसरा मैच जीतने के लिए कप्तान विराट कोहली और विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी ने अहम भूमिका निभाई। टीम इंडिया की तरफ से विराट कोहली ने शतकीय पारी खेलकर टीम को एक सम्मानजनक स्कोर पर ले गए जबकि धोनी ने टीम को जीत के पास ले जाकर मुकाबले को जीताने में अहम मदद की। धोनी ने 54 गेंदों का सामना करते हुए 55 रन बनाकर टीम इंडिया को जीत दिलाई।
मैच के बाद विराट कोहली ने धोनी की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि धोनी बेहतरीन खिलाड़ी है। विराट कोहली ने मैदान में धोनी के रहने से उन्हें होने वाले फायदे का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जब वो बल्लेबाजी कर रहे थे तो धोनी ने लगातार उन्हें समझा रहे थे कि वो तैश में आकर कोई गलत शॉट ना खेले।
कुछ समय पहले टीम इंडिया के उपकप्तान रोहित शर्मा ने कहा था कि महेंद्र सिंह धोनी टीम के लिए गुरु का काम करते है। एडिलेड वनडे में भी ऐसा ही हुआ धोनी ने मैच के आखिरी ओवर तक खुद को एक संतुलित गेम खेला। उन्होंने बेवजह का रिस्की शॉट ना खेलते हुए सिंग्लस रन लिए।
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धोनी ने अपनी पारी में सिर्फ एक छक्का जड़ा बाकी के रन उन्होंने सिग्लंस और डब्ल्स रन लेकर हासिल किए। वहीं आखिरी ओवर में जब टीम इंडिया को जीत के लिए सिर्फ 7 रनों की जरूरत थी तो उन्होंने ओवर की पहली ही गेंद पर एक छक्का लगाया। आखिरी एक रन दौड़कर टीम इंडिया को विजयी बनाया।