क्या कोच चयन में विराट कोहली की भी चलेगी या सिर्फ क्रिकेट अडवाइजरी कमिटी (CAC) ही यह निर्णय लेगी? बीसीसीआई में कोच चयन के मामले में अब तक भले ही भारतीय टीम के कप्तान का दमदार रोल रहा हो, लेकिन इस बार ऐसा होता नहीं दिख रहा है।
टाइम्स ऑफ इंडिया के सूत्रों से खबर मिली है कि इस बार नए कोच के चयन में भारतीय टीम के कप्तान (विराट कोहली) को ‘वीटो पावर’ जैसा कोई विशेष अधिकार नहीं मिलेगा।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा बीसीसीआई में नियुक्त कमिटी ऑफ ऐडमिनिस्ट्रेटर्स (CoA) के अध्यक्ष विनोद राय ने बोर्ड को यह स्पष्ट कर दिया है कि कोच की नियुक्ति का निर्णय पूरी तरह से क्रिकेट अडवाइजरी कमिटी (CAC) ही अपने विवेक पर करेगी।
CAC में सचिन तेंडुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण शामिल हैं। विनोद राय ने बोर्ड के सभी अधिकारियों को यह स्पष्ट कर दिया है कि नए कोच पर सिर्फ और सिर्फ अडवाइडरी कमिटी ही अपना निर्णय लेगी।
बीसीसीआई के एक टॉप सूत्र ने बताया, ‘कोहली को जो कहना है वह अपनी बात सीएसी से कह सकते हैं, लेकिन टीम में नए कोच का नाम तय करने के लिए विराट के पास ‘वीटो पावर’ नहीं है। उनके पास सिर्फ प्लेइंग XI तय करने का अधिकार है। विराट अपनी पसंद बता सकते हैं, लेकिन इस पर अंतिम फैसला CAC ही करेगी।’