2 महीने बाद होने वाले विश्व चैंपियनशिप के लिए इसी महीने के अंत तक रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ट्रायल का आयोजन करेगी। पुरुषों का ट्रायल सोनीपत में, जबकि महिलाओं का ट्रायल लखनऊ में आयोजित किया जाएगा। विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों को ओलिंपिक्स का कोटा मिलेगा, इसलिए सभी पहलवान खिलाड़ी विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा लेना चाहते हैं। इसी लिए रेसलिंग फेडरेशन ने सभी खिलाड़ियों को ट्रायल देने के लिए कहा है जिससे वह टीम में अपने बल पर टीम में जगह बना सके।ओलिंपिक की दुनिया में देश का झंडा फहराने वाले खिलाड़ीऔर दो बार के ओलिंपिक मेडलिस्ट सुशील कुमार सहित साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट को भी टीम में जगह बनाने के लिए ट्रायल से गुजरना होगा।

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खिलाड़ी नहीं गंवाना चाहते मौका
2016 रियो ओलिंपिक के लिए भी पहले विश्व चैंपियनशिप खेली गई थी और उस वक्त चैंप सुशील कुमार ने हिस्सा नहीं लिया था और उस समय इस चैंपियनशिप में नरसिंह यादव ने 74 वेट कैटिगरी में कोटा हासिल किया था। जिसके बाद लाख कोशिशों करने के बावजूद भी सुशील को टीम में जगह नहीं मिली थी। इसलिए 2016 को ध्यान में रखते हुए सुशील इस बार ऐसी गलती नहीं करना चाहते। यही वजह है कि वह 14 से 22 सितंबर तक होने वाली वर्ल्ड चैंपियनशिप की तैयारी में जुटे हुए हैं। हालांकि उन्हें टीम में जगह बनाने के लिए प्रवीण राणा, अमित धनकड़, वीर देव गुलिया और जितेंद्र की मजबूत चुनौती से ट्रायल में पार पाना होगा।
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इन सब पहलवानों में से सबसे कड़ी चुनौती सुशील को प्रवीण राणा से मिल सकती है। लेकिन एक अच्छी बात यह है कि जो भारतीय पहलवान खिलाड़ी वर्ल्ड चैंपियनशिप से कोटा हासिल करने में चूक जाएंगे उनके पास ओलिंपिक कोटा हासिल करने के दो और मौके होंगे।