नई दिल्ली। जब भी बारिश होती है या तो किसी का नुकसान करके जाती है या फिर फायदा। लेकिन ये इंडिया है और यहां दौरे पे आयी टीम को फायदा कम और नुकसान ज्यादा होता है जी हां… और एक बात और बता दें जिसके साथ अफगानी खिलाड़ी मैच खेल रहे थे वो भी इंडियन टीम है तो उनका फायदा कैसे होता।
भले ही बारिश ने शुरूआत में इंडियन टीम की रफ्तार को धीरे कर दिया हो लेकिन उस पर फुलस्टाप नहीं लगा पाई। ऐसा लग रहा था कि मैच के बीच हुई बारिश भगवान की एक साजिश है अफगानी खिलाड़ियों के लिए।
अफगानी खिलाड़ियों के अरमान हुए पानी-पानी
टी-20 के इस मुकाबले में अफगानी खिलाड़ियों के अरमानों पर बुरी तरह से पानी फिर गया। सोचकर आए थे जीतेंगे लेकिन हाथ लगा ठेंगा। जीत की ईदी उन्होंने नहीं बल्कि इंडियन टीम ने उनसे वसूल ली। टेस्ट का ये मुकाबला था ही नहीं, कहा भी नहीं जा सकता क्यूंकि ये दो दिन से ज्यादा नहीं टिक पाया। ऐसे मैच करने से अच्छा तो २ या ३ दिवसीय मैच फॉर्मेट लाने चाहिए थे आईसीसी को, नयी टीम्स के पदार्पण के लिए। बांग्लादेश भी काफी समय से टेस्ट क्रिकेट में है पर उनका भी कोई बहुत विकास दिखा नहीं।
मैच के दूसरे दिन डेविड और गोलिअथ की ये लड़ाई ख़त्म हो गयी जब विश्व की नं-1 टीम इंडिया ने पारी और 262 के अंतर से अफगानिस्तान को हार का मुंह दिखाया। इसी के साथ भारतीय गेंदबाजों ने इस मुकाबले को तीसरे दिन तक जाने ही नहीं दिया और टेस्ट इतिहास में पहली बार दो दिन में जीत हासिल की।
सबसे ज्यादा विकेट गिरने का बना रिकॉर्ड
इस मैच में टेस्ट में भारत में एक दिन में सबसे ज्यादा विकेट गिरने का रिकॉर्ड भी बना है। दूसरे दिन कुल 24 विकेट गिरे जिसमें 20 विकेट अफगानिस्तान के थे तो वहीं चार विकेट भारत के। भारत ने पहली पारी में गब्बर धवन (107), मुरली विजय (105), हार्दिक पांड्या (71) और लोकेश राहुल (54) की प्रचंड पारियों के दम पर 474 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया था। फिर विकेट की आंधी आयी और अफ़ग़ानिस्तान बह गयी। सर जडेजा ने भी दूसरी पारी में ४ विकेट लिए। टेस्ट क्रिकेट में उनका पदार्पण रहा चाय कम चीनी।