नमस्कार। रूस ओपन बैंडमिंटन टूर्नामेंट में पुरुष सिंगल्स इंवेट का फाइनल मुकाबला भारतीय बैंडमिंटन खिलाड़ी सौरभ वर्मा ने जीत लिया है। सौरभ ऐसा करने वाले भारत के पहले खिलाड़ी है।
सौरभ का ये सीजन का पहला खिताब है। इससे पहले साल 2016 में भारतीय महिला बैंडमिंटन खिलाड़ी रुत्विका शिवानी ने खिताब जीतकर सबको हैरान किया गया था। इस मुकाबले रुत्विका शिवानी ने जापान की खिलाड़ी कोकी वतानबे को सीधे मुकाबले में 19-21, 21-12, 21-17 से हराया।
वहीं इस जीत के बारे में सौरभ के पिता सुधीर वर्मा का कहना है कि इस टूर्नामेंट से पहले सौरभ के एंकल में इंजरी हो गई थी जिसके बाद भी सौरभ ने प्रैक्टिस करनी नहीं छोड़ी और उस ही प्रैक्टिस का नतीजा है कि सौरव ने आज ये खिताब जीत लिया। सौरभ के पिता की उम्मीदें है कि वे ओलंपिक में देश के लिए मेडल लेकर आए।
आपको बता दें कि ऑल इंडिया सीनियर रैंकिंग टूर्नामेंट सौरभ वर्मा जीत चुके है यह टूर्नामेंट जीतने के बाद ही सौरभ का चयन एशियन गेम्स के लिए हुआ था। जिसके बाद उन्होंने चीनी ताइपे प्री गोल्ड टूर्नामेंट भी अपने नाम किया था। सौरभ 2016 में बिटबर्गर ओपन टूर्नामेंट के उपविजेता भी रहे है।
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इससे पहले रोहन कुह की जोड़ी को मिक्स्ड डबल्स के फाइनल मुकाबले में करारी हार का सामना करना पड़ा। इस मुकाबले में रोहन-कुहु की जोड़ी को रूस के व्लादिमीर इवानोव और कोरिया की मिन युंग किम की जोड़ी ने सीधे सेटों में 21019,21-17 से हरा दिया।