वक्त बदला, नियम बदला और खेल का तरीका भी बदला इसके साथ ही क्रिकेट में काफी कुछ बदला। आज इस खेल में काफी कुछ बदलने के साथ- साथ खिलाड़ियों की फीस भी बदल गई। वैसे हर कोई जानना चाहेगा कि पहले क्रिकेट खिलाड़ियों को एक दिन में कितने पैसे मिलते थे। तो चलिए जानते हैं 1983 में कपिल की कप्तानी वाली वनडे टीम के खिलाड़ियों को दिए जाने वाले रकम की जानकारी के बारे में…
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आज क्रिकेट के खिलाड़ियों को मैच खेलने के काफी पैसे मिलते हैं वहीं 20 से 25 साल पहले हालात कुछ और थे। उस वक्त कपिल देव और सुनील गावस्कर जैसे खिलाड़ियों को आज की तुलना में काफी कम रकम मिलती थी। 1983 में जब भारतीय टीम विश्व कप जीती थी तब टीम की ईनामी राशि न के बराबर थी। उस समय लता मंगेशकर गाना गाकर जो पैसे इकट्ठे करती थी उसे जीतने वाले खिलाड़ियों को ईनाम के तौर पर दिए जाते थे।
21 सितंबर 1983 को खेले गए वनडे मैच में टीम के मैनेजर को हर मैच के लिए 1500 रुपये फीस के तौर पर दिए जाते थे। उस वक्त ये पैसे हर किसी के लिए बड़ी रकम होती थी, लेकिन इसकी तुलना अगर आज के खिलाड़ी के साथ की जाए तो काफी कम है। जैसे विराट कोहली को ए प्लस ग्रेड में रखा गया है और उन्हें साल के सात करोड़ रुपये बोर्ड की तरफ से दिए जाते है। वहीं घरेलू क्रिकेट में चार दिन के मैच के लिए खिलाड़ी को 35000 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से दिए जाते हैं। यहां अंदाजा लगाया जा सकता है कि क्या फर्क है आज और उन दिनों में।
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इन सब से अंदाजा लगाया जा सकता है कि क्रिकेट के खेल ने कितना मुकाम हासिल किया है। पहले के समय में यह खेल 60 ओवर में खेला जाता था और आज इस खेल को 50 ओवर का कर दिया गया है। यहां तक की लोगों की जर्सी तक बदल दी गई है। आज इस खेल के दिवाने पूरी दुनिया में देखे जा सकते हैं।