खेलपत्र नमस्कार। भारतीय क्रिकेट टीम के बाएं हाथ के ओपनर बल्लेबाज गौतम गंभीर जो काफी समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे है। बीते रविवार गौमत गंभीर 37 साल के हो चुके है। ऐसे में उनके क्रिकेट करियर पर कई लोग सवाल उठा रहे है कि वह क्रिकेट से कब संन्यास लेंगे।
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तो इसको लेकर गौतम गंभीर ने जवाब दिया है। उन्होंने कहा मै जब तक रन बनाता रहूंगा तब तक नहीं क्योंकि वो मुझे खुशी देता है। यहीं चीज है जो आपको बढ़ते रहने में काफी मदद करता है। मुझे लगता है कि रन बनाना, जीतना, खुश होकर ड्रेसिंग रूम लौटना और जीतने का माहौल मुझे बेहद खुशी देता है।
इसके साथ ही गंभीर ने कहा मेरें अंदर क्रिकेट खेलने का जब तक जुनून मौजूद है तब तक मैं खेलुगा। मुझे एक खुशहाल ड्रेसिंग रूम में लौटने का मौका मिलता है, तब तक मैं इस माहौल में बना रहना चाहूंगा। मैं बढ़ते रहना चाहूंगा। जिस दिन मुझे यह अहसास होगा कि अब कोई भावनाएं नहीं जुड़ी हैं तब में सोच लूंगा कि जाने का समय आ गया है।
बात के गंभीर के करियर की तो गंभीर ने 1999 में रणजी ट्रॉफी के साथ अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत की थी। इसके साथ साल 2004 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आगाज किया था। इसके बाद उन्हें आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स का कप्तान भी बनाया गया जहां वो दो बार अपनी टीम को चैंपियन बनाने में सफल रहे।
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गौतम गंभीर साल 2009 में आईसीसी टेस्ट रैंकिंग के टॉप पर पहुंचने वाले खिलाड़ी है। इसके साथ ही गंभीर भारत के इकलौते ऐसे खिलाड़ी है जिन्होंने पांच लगातार टेस्ट मैचों में शतकीय पारी खेली है। साल 2008 में गंभीर को अर्जुन अवॉर्ड से भी नवाजा जा चुका है। गंभीर आईसीसी टेस्ट प्लेयर ऑफ द इयर का अवॉर्ड भी जीत चुके हैं।