नई दिल्ली। खिलाड़ी जब भी मैदान में उतरता है तो उसके दिमाग में एक ही बात घूमती है कि मैच मुझे अपनी टीम और अपने खेल के दीवानों के लिए खेलना है। क्योंकि ये दीवाने ही उनकी ताकत होते हैं जो उन्हें अच्छा खेलने के लिए प्रोतसाहित करते हैं। तभी तो वो धना-धन गोल मार पाते हैं। उसके बाद किसी की हिम्मत की उन्हें रोक पाए। कहते हैं ना अगर दिल में कुछ करने की चाहत हो और ज़िगर में जज़्बा तो कोई भी कितनी भी ताकत लगा ले आपको रोक नहीं सकता। कुछ खिलाड़ी ऐसे ही हैं जिन्हें उनका गोल हासिल करने से कोई नहीं रोक सकता।
क्रिस्टियानो रोनाल्डो
कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप क्रिस्टियानो रोनाल्डो के बारे में क्या सोचते हैं, वह एक बहुत अच्छे फुटबॉल खिलाड़ी हैं। उन्होंने टूर्नामेंट में एक हैट-ट्रिक के साथ, सबको ये बता दिया कि मैं आ गया हूं, रोक सको तो रोक लो। उनका गोल इतना शानदार होता है कि किसी की भी नजरें उनपर से हटती ही नहीं है।
आपको बता दें कि, रोनाल्डो ने निरंतर गोल-स्कोरिंग फॉर्म में 438 खेलों में अविश्वसनीय 450 गोल किए हैं, जिससे उन्हें क्लब का ऑल द टाइम हेड गोल-स्कोरर बना दिया गया है।
लियोनेल मेस्सी
अच्छे फुटबॉलरों की बात करें तो, लियोनेल मेस्सी भी किसी से कम नहीं जब वो अपने फॉम में आते है तो सबके छक्के छुड़ा देते हैं। वो विश्व के बेस्ट प्लेयर माने जाते हैं। अर्जेंटीना और आइसलैंड के बीच शानिवार को खेला गया मैच भले ही 1-1 से ड्रा हो गया हो लेकिन मेस्सी के खेल प्रदर्शन को कोई नहीं भुल सकता।
ऑल-टाइम टॉप गोलस्कोर के रूप में, मेसी के नाम ला लीगा में 383 के साथ सबसे अधिक लक्ष्यों और 50 के साथ एक ला लीगा सीज़न में सबसे अधिक लक्ष्यों का रिकॉर्ड भी है।
मिरोस्लाव जोसेफ क्लोज
मिरोस्लाव जोसेफ क्लोज एक जर्मन फुटबॉलर हैं, वह वर्तमान में जर्मनी की राष्ट्रीय टीम के कोचिंग स्टाफ के सदस्य हैं। क्लोज का मैदान में उतरना लोगों की दिलों की धड़कनों को बढ़ाने के बराबर है। उनका नाम ही लोगों के बीच उनका खेल बोलता है। वह जर्मनी की टीम का हिस्सा हैं, जिन्होंने 2014 फीफा विश्व कप जीता था।
क्लोज ने 2002 में अपने पहले विश्वकप में पांच गोल किए और जर्मनी में 2006 के विश्व कप में फिर से पांच बार स्कोर करके गोल्डन बूट जीता। उन्होंने 2010 विश्व कप में चार बार और 2014 विश्वकप में दो बार गोल किया, जिसने उन्हें 16 गोल के साथ ऑल-टाइम सूची में रोनाल्डो से आगे रखा।
सर रॉबर्ट चार्लटन
सर रॉबर्ट चार्लटन पूर्व फुटबॉल खिलाड़ी है, जिसे हर समय के महानतम मिडफील्डर में से एक माना जाता है, और इंग्लैंड टीम के एक आवश्यक सदस्य जिन्होंने 1966 में विश्व कप जीता था, उस वर्ष उन्होंने गोल्डन बॉल भी जीता।
उन्होंने मैनचेस्टर यूनाइटेड में अपने सभी क्लब फुटबॉल खेले, जहां वह अपने हमलावर प्रवृत्तियों और मिडफील्ड और उनकी क्रूर लंबी दूरी के शॉट से क्षमताओं को पारित करने के लिए फेमस हो गए। उन्हें लोग उनकी फिटनेस और सहनशक्ति के लिए भी जानते हैं।
मैनुअल नेग्रेटे एरियास
मैनुअल नेग्रेटे एरियास मैक्सिकन पूर्व फुटबॉलर और प्रबंधक है। 1980 में नेग्रेटे मेक्सिको के क्लब यूनिवर्सिडाड नासिकोन के साथ एक पेशेवर फुटबॉल खिलाड़ी बन गया, जिसे प्यूमा भी कहा जाता है।
मैक्सिकन सॉकर प्रशंसकों के बीच उनकी एक खास छवी थी। 1986 विश्वकप के बाद, नेग्रेटे मैक्सिकन फुटबॉल लीग में खेलना जारी रखा, और फिर पुर्तगाल में स्पोर्टिंग लिस्बन में शामिल होने और फिर स्पेन में स्पोर्टिंग डी गिजन में जाकर यूरोपीय फुटबॉल लीग तक पहुंचे थे।