आज का विषय कुछ खास बातें विश्वनाथन आनंद के बारे में। शतरंज का खेल बहुत ही तेज़ दिमाग़ वाले लोगों का खेल है। जो इंसान इस खेल पर महारत हासिल कर लेता है वह कोई आम व्यक्ति नहीं होता। भारत के ग्रैंड मास्टर विश्वनाथन आनंद ने दुनिया के सामने अपने शतरंज के खेल का लोहा मनवाया है। विश्वनाथ ने शतरंज के अनेकों खिताब अपने नाम किए हैं और संसार भर में टॉप शतरंज खिलाड़ियों में उनका नाम लिया जाता है। आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको शतरंज के इस खिलाड़ी के बारे में 10 खास और दिलचस्प बातें बताएंगे।
बातें विश्वनाथन आनंद के बारे में:
1. विश्वनाथन आनंद का जन्म 11 दिसंबर 1969 में तमिलनाडु में हुआ था। उनको शतरंज खेलने की प्रेरणा उनकी मां और उनके परिवार के करीबी दोस्त रामाकृष्ण से मिली थी। उन्होंने काफ़ी छोटी आयु से ही शतरंज खेलना शुरू कर दिया था। जिस उम्र में छोटे बच्चे दूसरे खेल खेलते हैं उस आयु में आनंद शतरंज खेला करते थे। बता दें कि उस समय उनकी आयु लगभग 6 साल के आसपास थी। विश्वनाथन आनंद के बारे में है न ये दिलचस्प?
2. महान शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन तीसरे ऐसे खिलाड़ी हैं जिनके नाम पर एक ग्रह का नाम 4536 विशी आनंद भी रखा गया है। उनके अलावा अलेक्जेंडर एलेकिन और एनाटोली कार्पोव के नाम पर भी ग्रह के नाम रखे गए हैं।
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3. ग्रैंड मास्टर आनंद ने 15 वर्ष की आयु में 1984 में शतरंज में इंटरनेशनल मास्टर का खिताब जीता था। उस खिताब को जीतने वाले यह पहले भारतीय थे। विश्वनाथन आनंद के बारे में है न ये रोचक?
4. 1984 के बाद फिर विश्वनाथन ने 1986 में पहला नेशनल चैंपियनशिप जीता था जिसके बाद उस पर उन्होंने 1988 तक अपना कब्ज़ा जमाए रखा।
5. इस महान शतरंज के खिलाड़ी को 1991-92 में राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था।
6. पूर्व शतरंज के खिलाड़ी विश्वनाथन साल 1988 में पहले ऐसे भारतीय बने थे जिन्होंने ग्रैंड मास्टर का खिताब जीता था। उनसे पहले कभी भी किसी भारतीय खिलाड़ी ने उस खिताब को नहीं जीता था। विश्वनाथन आनंद के बारे में है न ये याद करने योग्य?
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7. यह विश्व के चौथे ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने चेस रेटिंग सिस्टम इएलओ में 2800 के अंक को पार किया था। बता दें कि उन्होंने 2006 में इस रैंकिंग को पार किया था जिसके बाद वह 21 महीनों तक नंबर वन की रैंकिंग पर रहे थे।
8. भारत सरकार ने उनके अद्भुत शतरंज खेल के कारण उन्हें 1988 में पदम श्री पुरस्कार दिया उस समय उनकी आयु मात्र 18 साल थी। इस महान खिलाड़ी को 2007 में पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया गया था। विश्वनाथन आनंद के बारे में है न ये स्मरणीय?
9. संसार भर में आनंद अपने शतरंज के खेल के कारण काफ़ी फेमस हैं। उन्होंने लगभग 50 से भी अधिक शतरंज खिताब जीते हैं। परन्तु ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन में बिल्कुल भी घमंड नहीं है और वह बहुत ही प्रभावशाली व्यक्तित्व वाले इंसान हैं।
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10. विश्वनाथन आनंद ने 10 महान खिलाड़ियों की एक लिस्ट बनाई है जिसमें उन्होंने उन सभी शतरंज के खिलाड़ियों का नाम शामिल किया है जो काफी बेहतरीन खिलाड़ी हैं। लेकिन उस लिस्ट में उन्होंने खुद को शामिल नहीं किया जबकि वह खुद भी एक बहुत ही महान शतरंज के खिलाड़ी है। विश्वनाथन आनंद के बारे में है न ये विचित्र तथ्य?
ये थीं महान शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद के बारे में कुछ खास बातें। कमेंट्स में लिखना ना भूलें कि आपको ये कंटेंट कैसा लगा।
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— SportsCrunch (@SportsCrunch) July 15, 2020
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