खेलपत्र नमस्कार। राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार देने को लेकर विवाद सामने आया है। गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स और जकार्ता एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल जीतने वाले पहलवान बजरंग पुनिया पॉइंट्स ज्यादा होने के बावजूद अवॉर्ड न मिलने से नाराज हैं। बता दें कि सरकार ने यहां अवॉर्ड टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली और विश्व चैंपियन भारोत्तोलक मीराबाई चानू को देने का फैसला किया था।
एशिया कप से बाहर हुए पंड्या, इन खिलाड़ियों को मिला मौका
लेकिन टीम इंडिया के कप्तान को इसमें 0 पॉइंट्स मिले थे जबकि विश्व चैंपियन वेटलिफ्टर मीराबाई चानू को 44 पॉइंट्स मिले थे। 11 सदस्य़ों के सिलेक्शन पैनल द्वारा इस साल का राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार उन्हें देने की घोषणा की गई थी। वहीं कोहली के परफॉर्मेंस शीट में कोई पॉइंट्स नहीं थे क्योंकि क्रिकेट के लिए कोई मानदंड तय नहीं किए गए हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार पहलवान बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट ने अपनी उपलब्धियों के कारण सबसे ज्यादा पांइट्स हासिल किए थे। लेकिन इसके बाद भी भारतीय खेल जगत का सर्वोच्च पुरस्कार विराट कोहली और मीराबाई चानू को दिया जा रहा है।
विजय हजारे ट्रॉफी में नदीम ने किया कमाल, 10 रन पर चटकाए 8 विकेट
इस मामले को लेकर पुनिया का कहना है कि वह कोर्ट जाएंगे। पुनिया का कहना है कि कमिटी ने उन्हें सर्वोच्च स्कोर दिया था, लेकिन सबसे बड़े खेल पुरस्कार के लिए उनके नाम को नजरअंदाज कर दिया गया। मैं कमेटी से पूछना चाहता हूं कि ऐसे में पाइंट सिस्टम का क्या मतलब है।