35 साल की उम्र में नीदरलैंड्स के फुटबॉल स्टार अर्जेन रॉबेन ने फुटबॉल से संन्यास ले लिया है। उन्होंने अपना आखिरी मैच जर्मनी के फुटबॉल क्लब बायर्न म्यूनिख के लिए खेला। इससे पहले रॉबेन ने 2017 में अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से संन्यास ले लिया था। हालांकि, उन्होंने क्लब फुटबॉल खेलना जारी रखा। अर्जेन रॉबेन का इसी साल जून में उनका कॉन्ट्रैक्ट खत्म हो गया। रॉबेन का कहना है कि “सभी जानते थे कि मैं बायर्न म्यूनिख से अलग होकर अपने भविष्य के बारे में सोच रहा था। अब मैंने अपना प्रोफेशनल करियर खत्म करने का फैसला किया है।”
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रॉबेन ने कहा, “खेल के लिए अपने प्रेम से आगे खेलने का सोचा जा सकता था, लेकिन अब मैं 16 साल का नहीं रहा, इसलिए पता नहीं चोटें मेरा क्या हाल करेंगी।” फुटबॉल विश्व कप 2017 में नीदरलैंड्स को क्वालिफायर्स में न जीत पाने के बाद रॉबेन ने अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से संन्यास ले लिया था। लेकिन उन्होंने क्लब फुटबॉल खेलना जारी रखा।
रॉबेन ने कभी अपने करियर को नजरअंदाज नहीं किया वो अपने करियर में कितने कामियाब रहे इसका अंदाजा लगाया जा सकता है क्योंकि उन्होंने अलग-अलग क्लबों के लिए 12 बार टाइटल जीते। इनमें सबसे ज्यादा 8 बार बायर्न म्यूनिख के लिए। दो बार इंग्लिश क्लब चेल्सी और एक-एक बार पीएसवी आइंडहोवेन और रियाल मैड्रिड के लिए।
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19 साल लंबा रहा करियर
रॉबेन ने अपने फुटबॉल करियर की शुरुआत 2000 में की, उस समय वो 16 साल के थे। जिसके बाद 2004 में चेल्सी ने उन्हें क्लब में शामिल किया। 2009 में उन्हें बायर्न म्यूनिख ने खरीदा और उसी साल रॉबेन ने टीम को बुंडेन्सलीगा टाइटल जिताया।
2013 चैम्पियंस लीग में उन्होंने बायर्न को चेल्सी के खिलाफ फाइनल में जीत दिलाकर चैम्पियन बनाया था। अपने देश नीदरलैंड्स के लिए भी उन्होंने 96 मैच खेले। रॉबेन 2010 फीफा वर्ल्ड कप में नीदरलैंड्स की उपविजेता टीम में शामिल थे। उस साल स्पेन चैम्पियन बना था। रॉबेन ने अपने क्लब और देश के लिए 500 से भी ज्यादा मैच खेले।